कार्यक्रम के प्रारंभ में सहायक नोडल अधिकारी अभय कुमार जैन ने राज्य आनंद संस्थान की भूमिका, उद्देश्यों एवं ‘अल्पविराम कार्यक्रम’ की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मकता, आत्म-संतुलन एवं मानसिक शांति का भाव विकसित करने हेतु निरंतर आयोजित किया जा रहा है।
इसके पश्चात मास्टर ट्रेनर रिजवाना खान ने “जिंदगी की लाइफ बैलेंस शीट को कैसे संतुलित किया जा सकता है” इस विषय पर प्रतिभागियों के साथ विभिन्न प्रयोगों और गतिविधियों के माध्यम से व्यावहारिक रूप से समझाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि जीवन में मानसिक, शारीरिक, पारिवारिक और सामाजिक संतुलन बनाए रखना ही सच्चे आनंद की कुंजी है।
मुख्य अतिथि अनुविभागीय अधिकारी अनूप श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनावमुक्त रहना चुनौती बन गया है, परंतु टाइम मैनेजमेंट और स्व-चिंतन के माध्यम से हम जीवन में संतुलन व शांति प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपने जीवन में अल्पविराम लेकर आत्म-विश्लेषण करने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश तोमर ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि आधुनिक जीवनशैली में आंतरिक शांति और मानसिक स्थिरता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। आनंदम सहयोगी विजय गोयल एवं मास्टर ट्रेनर साकेत जी ने भी अपने अनुभव साझा किए और आनंद आंदोलन की दिशा में अपने योगदान की जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर श्रीराम तिवारी ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर ब्रजेश कुशवाह (जन अभियान परिषद) सहित शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, नगरपालिका एवं अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।