जानकारी के अनुसार, पत्रकार धर्मेन्द्र शर्मा ने कुछ दिन पूर्व जनसुनवाई में एक लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि पोहरी परियोजना अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएँ की गई हैं। शिकायत में बताया गया था कि कुछ अभ्यर्थियों ने कक्षा 8वीं, 9वीं, 10वीं और 11वीं की पढ़ाई किए बिना सीधे 12वीं की फर्जी अंकसूची (मार्कशीट) बनवाकर नियुक्ति प्राप्त कर ली है, जो पूर्णतः अवैध है।
मंगलवार को जब पत्रकार धर्मेन्द्र शर्मा इस आवेदन की स्थिति जानने के लिए पोहरी परियोजना अधिकारी अमित यादव के कार्यालय पहुंचे, तो अधिकारी गुस्से में आगबबूला हो गए। उन्होंने पत्रकार से कहा — “तूने मेरे खिलाफ आवेदन क्यों दिया?” इसके बाद उन्होंने भद्दी-भद्दी गालियाँ दीं, जान से मारने की धमकी दी और कुर्सी से उठकर हाथापाई पर उतर आए।
पत्रकार धर्मेन्द्र शर्मा का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है। घटना से व्यथित होकर उन्होंने इसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) पोहरी एवं एसडीएम पोहरी को लिखित आवेदन के माध्यम से दी है।
उन्होंने मांग की है कि परियोजना अधिकारी अमित यादव के खिलाफ सख्त विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई अधिकारी पत्रकार या आम नागरिक के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार न कर सके।
स्थानीय लोगों एवं पत्रकारों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की है।