कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाएँ अरुणा मिश्रा, रचना गुप्ता, पुष्पलता मीना, सुनीता शर्मा, आशा शर्मा, रितु खरे, नम्रता श्रीवास्तव, सुधा ,सेहनाज एवं नूतन ने अपनी उपस्थिति और सक्रिय सहयोग से बच्चों को व्यवहारिक सीख दी। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक बच्चों ने भाग लिया।
शिक्षक महेन्द्र वर्मा ने बच्चों को स्वच्छता अपनाओ, रोग भगाओ का संदेश दिया। बालिकाएँ मायरा और नैंसी ने सुमन कुमारी की तकनीक के आधार पर सही हाथ धोने का प्रदर्शन किया, जिसे देखकर सभी विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक अभ्यास किया।
शक्तिशाली महिला संगठन के सचिव रवि गोयल ने बच्चों को हाथ धोने के पाँच चरणों की व्यावहारिक डेमो के साथ विस्तार से जानकारी दी। जिसमें हथेलियों को रगड़ना, हाथों की पीठ की सफाई, नाखूनों और उंगलियों के नीचे सफाई, उंगलियों के बीच झाग बनाकर धोना, स्वच्छ पानी से अच्छी तरह कुल्ला करना। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हाथ स्वस्थ जीवन की कुंजी हैं। हर बच्चा अपने घर का स्वच्छता दूत बने, यही सच्चा ‘स्वच्छ भारत’ है