टीबी योद्धाओं का सम्मान और विधायक का संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत विधायक कैलाश कुशवाहा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की। विकास संवाद के जिला समन्वयक अजय यादव ने बताया कि पिछले तीन सालों से विकास संवाद, एड अमेरिका के सहयोग से पोहरी ब्लॉक के 10 गाँवों में समुदाय आधारित टीबी निवारण परियोजना चला रहा है। इस परियोजना की सफलता का श्रेय उन टीबी योद्धाओं को जाता है, जो स्वयं टीबी से ठीक होकर आए हैं। ये योद्धा अपने समुदाय में संभावित मरीजों की पहचान करने, नियमित रूप से दवा लेने के लिए प्रेरित करने, और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूकता फैलाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य बहुत जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं।
विधायक कैलाश कुशवाहा ने टीबी योद्धाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, "विकास संवाद का काम सहरिया आदिवासियों के बीच एक नींव की तरह है।" उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सहरिया समुदाय में कई महिलाएँ टीबी के कारण विधवा हो जाती हैं। उन्होंने कहा, "अगर हम टीबी को खत्म करने के लिए अच्छा काम करेंगे, तो इन विधवा महिलाओं की दुआएँ संस्था को मिलेंगी। यही सच्चा सामाजिक कार्य है।" विधायक ने विकास संवाद समिति का आभार व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि ऐसे नेक कार्य के लिए वह हमेशा संस्था के साथ खड़े रहेंगे।
टीबी योद्धाओं को प्रोत्साहन
इस अवसर पर डॉक्टर शिव प्रताप सिंह ने टीबी योद्धाओं को दी गई किट के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस किट में स्वच्छता, पोषण और जागरूकता से संबंधित सामग्रियां हैं, जिनका उपयोग करके टीबी योद्धा अपने गाँवों को टीबी मुक्त बनाने के मिशन में सफल हो सकते हैं।
सम्मान समारोह में सभी 20 टीबी योद्धाओं को एक किट, गमछा और टी-शर्ट देकर सम्मानित किया गया, ताकि समुदाय में उनकी एक अलग पहचान बन सके।
इस कार्यक्रम में विधायक कैलाश कुशवाहा के साथ बीएमओ दीक्षांत बुढ़ानिया, एसटीएस मनोज कुमार कुशवाहा, अशोक सागर (जिला महासचिव), एवं नारायण शाक्य(विधायक प्रतिनिधि) भी उपस्थित थे। इसके अलावा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोहरी का समस्त स्टाफ और विकास संवाद का स्टाफ भी मौजूद रहा। यह सम्मान समारोह टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, पोहरी में टीबी (तपेदिक) के उन्मूलन में असाधारण योगदान देने वाले टीबी योद्धाओं को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोहरी में आयोजित हुआ, जहाँ स्थानीय विधायक कैलाश कुशवाहा ने इन योद्धाओं के प्रयासों की सराहना की।
टीबी योद्धाओं का सम्मान और विधायक का संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत विधायक कैलाश कुशवाहा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की। विकास संवाद के जिला समन्वयक अजय यादव ने बताया कि पिछले तीन सालों से विकास संवाद, एड अमेरिका के सहयोग से पोहरी ब्लॉक के 10 गाँवों में समुदाय आधारित टीबी निवारण परियोजना चला रहा है। इस परियोजना की सफलता का श्रेय उन टीबी योद्धाओं को जाता है, जो स्वयं टीबी से ठीक होकर आए हैं। ये योद्धा अपने समुदाय में संभावित मरीजों की पहचान करने, नियमित रूप से दवा लेने के लिए प्रेरित करने, और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूकता फैलाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य बहुत जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं।
विधायक कैलाश कुशवाहा ने टीबी योद्धाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, "विकास संवाद का काम सहरिया आदिवासियों के बीच एक नींव की तरह है।" उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सहरिया समुदाय में कई महिलाएँ टीबी के कारण विधवा हो जाती हैं। उन्होंने कहा, "अगर हम टीबी को खत्म करने के लिए अच्छा काम करेंगे, तो इन विधवा महिलाओं की दुआएँ संस्था को मिलेंगी। यही सच्चा सामाजिक कार्य है।" विधायक ने विकास संवाद समिति का आभार व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि ऐसे नेक कार्य के लिए वह हमेशा संस्था के साथ खड़े रहेंगे।
टीबी योद्धाओं को प्रोत्साहन
इस अवसर पर डॉक्टर शिव प्रताप सिंह ने टीबी योद्धाओं को दी गई किट के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस किट में स्वच्छता, पोषण और जागरूकता से संबंधित सामग्रियां हैं, जिनका उपयोग करके टीबी योद्धा अपने गाँवों को टीबी मुक्त बनाने के मिशन में सफल हो सकते हैं।
सम्मान समारोह में सभी 20 टीबी योद्धाओं को एक किट, गमछा और टी-शर्ट देकर सम्मानित किया गया, ताकि समुदाय में उनकी एक अलग पहचान बन सके।
इस कार्यक्रम में विधायक कैलाश कुशवाहा के साथ बीएमओ दीक्षांत बुढ़ानिया, एसटीएस मनोज कुमार कुशवाहा, अशोक सागर (जिला महासचिव), एवं नारायण शाक्य(विधायक प्रतिनिधि) भी उपस्थित थे। इसके अलावा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोहरी का समस्त स्टाफ और विकास संवाद का स्टाफ भी मौजूद रहा। यह सम्मान समारोह टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।