आज जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की निगरानी समितियों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमे स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, पुलिस विभाग सहित विभिन्न विभाग के जिला अधिकारी शामिल थे। बैठक मे बाल कल्याण समिति किशोर न्याय बोर्ड, बाल गृह के लोग भी मौजूद रहे।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बच्चों से संबंधित विषयों पर चर्चा के दौरान बाल यौन शोषण बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह जैसे मुद्दो पर संवेदनशीलता से कार्य करने पर जोर दिया गया। कलेक्टर ने बच्चो मे बढते नशे के प्रचलन को रोकने के लिये सभी जिला अधिकारियों को बच्चों को नशीली वस्तुओं का विक्रय करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। कबाड़ बीनने वाले बच्चो के लिये सभी कबाड़ विक्रेताओं के साथ बैठक हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में कुपोषित बच्चों की नियमित निगरानी एंव उन्हें एनआरसी में भर्ती कराने तथा गर्भवती महिलाओं के शत प्रतिशत पंजीयन के संबंध मे स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग को निर्देश दिये गये। साथ ही यह भी निर्देश दिये गये प्रत्येक आंगनवाडी केन्द्र नियमित रूप से खुले तथा बच्चों को मिलने वाली सभी सेवाओ उन्हे मिले यह सुनिश्चित करना संबंधित परियोजना अधिकारी एंव पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी होगी।