जिंदगी में शांति पाने के लिए क्रोध पर काबू करना सीख लो :मुनि श्री

0


 कोलारस। नगर के सदर बाजार स्थित श्री चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में चातुर्मास के दौरान मुनि मंगलानंद सागर और मुनि मंगल सागर प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे प्रवचन दे रहे हैं मुनि श्री ने कहा कि जीवन में शांति पाने के लिए क्रोध पर काबू पाना सीख लो। जिसने जीवन से समझौता करना सीख लिया वह संत हो गया। वर्तमान में जीने के लिए सजग और सावधान रहने की आवश्यकता है।

समाज व देश आम लोगों की वजह से नहीं बंटा है बल्कि उन खास लोगों की वजह से बंटा है जिन्हें आप संत, मुनि, आचार्य, मौलवी और पादरी कहते हैं।पचास लाख साधु-सन्यासी और धर्मगुरु इस देश में है जिनकी किसी भी सामाजिक और राष्ट्रीय परिवर्तन में बड़ी भूमिका हो सकती है।

अगर यह खास लोग अपने अहम और वहम को छोड़कर सच्चे मन से तख्त और वक्त पर एक हो जाए तो रातों-रात समाज व देश का कायाकल्प हो सकता है। जैन धर्म अपने अनुयायी को सिर्फ भक्त बनाकर नहीं रखता, बल्कि उसे खुद भगवान बनने की भी छूट देता है। जैन धर्म हीरा है मगर दुर्भाग्य है, आज यह कोयला बेचने वालों के हाथ में आ गया है।जो तुम्हारा बुरा करता है और बुरा सोचता है उसके प्रति भी तुम कल्याण का भाव रखो और उसे माफ कर दो। कारण कि वह किसी जन्म का तुम्हारा ही भाई है। अपने दांत से यदि जीभ कट जाती है तो क्या तुम अपने दांत को तोड़ डालते हो,नहीं ना। तो फिर अपने ही किसी भाई को उसकी गलती पर इतना आग-बबूला क्यों होते हो?

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
/*-- Don't show description on the item page --*/
To Top