कार्यक्रम का शुभारंभ सचिव (डाक) वंदिता कौल ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने बीते वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों को साझा किया और आने वाले समय में नवाचार, समावेशन और सेवा आधारित दृष्टिकोण को संस्थागत रूप देने की दिशा में रणनीतिक प्राथमिकताओं को रेखांकित किया।
इस अवसर पर सिंधिया ने ‘डाक संवाद’ नामक एक मासिक ई-न्यूज़लेटर का शुभारंभ किया। यह प्लेटफॉर्म इंडिया पोस्ट में हो रहे नवाचारों, व्यावसायिक पहलुओं और जमीनी स्तर पर हो रही सफलता की कहानियों को उजागर करेगा, जो न केवल परिवर्तन की झलक दिखाएंगे, बल्कि डाक विभाग के कर्मियों की अद्भुत प्रतिबद्धता और नागरिकों के विश्वास को भी रेखांकित करेंगे। ‘डाक संवाद’ का उद्देश्य पूरे इंडिया पोस्ट नेटवर्क में जुड़ाव, प्रेरणा और ज्ञान-साझा को बढ़ावा देना है। बैठक के दौरान सभी सर्किल प्रमुखों ने अपने-अपने क्षेत्र की व्यावसायिक प्रगति, स्थानीय पहलों, चुनौतियों और विकास रणनीतियों का प्रस्तुतीकरण किया। इन प्रस्तुतियों से यह स्पष्ट हुआ कि किस प्रकार इंडिया पोस्ट जमीनी स्तर पर राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से तालमेल बिठाते हुए लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग, ई-कॉमर्स और सार्वजनिक सेवा वितरण के क्षेत्रों में सशक्त भूमिका निभा रहा है।
सिंधिया ने देशभर से आए सभी चीफ पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) के साथ गहन संवाद किया और उनके अनुभवों, उपलब्धियों, कठिनाइयों और योजनाओं को विस्तार से सुना। अपने संबोधन में उन्होंने कहा,- “इंडिया पोस्ट केवल एक सेवा नहीं, बल्कि हमारे देश के दूरस्थ कोनों को जोड़ने वाली जीवनरेखा है। देशभर से आए प्रतिनिधियों की ऊर्जा, प्रतिबद्धता और नवाचार को देखकर गर्व की अनुभूति हो रही है।" उन्होंने इंडिया पोस्ट द्वारा अपनाए जा रहे कॉरपोरेट स्टाइल ढांचे की सराहना की, जो प्रदर्शन आधारित कार्य संस्कृति, नवाचार और जवाबदेही को प्राथमिकता देता है। केंद्रीय मंत्री ने सेवा-केंद्रित, व्यावसायिक सोच को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि इंडिया पोस्ट लॉजिस्टिक्स और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी बने रह सके, साथ ही अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को भी निभा सके।
आगामी वर्ष 2025–26 के लिए उन्होंने सभी सर्किलों में उनके संसाधनों और क्षमताओं के आधार पर 20% से 30% की वृद्धि का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया। यह लक्ष्य इंडिया पोस्ट को एक स्थायी लाभकारी संस्था के रूप में परिवर्तित करने की व्यापक दृष्टि का हिस्सा है—जो सामाजिक दायित्व से समझौता किए बिना, सरकार के लिए राजस्व उत्पन्न करने में सहायक होगा।बैठक में अवसंरचना विकास, प्रक्रियाओं के सरलीकरण, क्षमतावर्धन और डिजिटल सशक्तिकरण जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जो इंडिया पोस्ट को भविष्य के लिए तैयार, अंतिम छोर तक सेवा पहुंचाने वाला प्रमुख लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बनाने की दिशा में निर्णायक हैं।
सिंधिया ने पेश किया इंडिया पोस्ट के लिए 15 सूत्रीय विकास रोडमैप
केंद्रीय संचार मंत्री सिंधिया ने इंडिया पोस्ट बिज़नेस मीट 2025–26 के दौरान अधिकारियों से व्यापक संवाद करते हुए 15 प्रमुख बिंदुओं पर ज़ोर दिया। इनमें ग्राहक-केंद्रित सेवा, व्यावसायिक इकाइयों के बीच सहयोग, नई बाज़ार संभावनाओं की पहचान, प्रत्येक कर्मचारी के लिए निर्धारित राजस्व लक्ष्य और प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन प्रणाली जैसे विषय प्रमुख रहे। BOS NIL लेन-देन वाले सभी कार्यालयों को एक माह के भीतर सुधारात्मक रोडमैप प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। साथ ही आगामी वित्त वर्ष 2025–26 के लिए स्पष्ट सेवा लक्ष्य और राजस्व मानक भी तय किए गए हैं। बैठक के अंत में मंत्री ने एकजुटता, समयबद्धता और सामूहिक उत्तरदायित्व के साथ इस विज़न को क्रियान्वित करने का आह्वान किया।