पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश द्वारा समाज में साइबर अपराधों की रोकथाम और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से साइबर सुरक्षा जन जागरूकता अभियान “सेफ क्लिक” दिनांक 01.02.2025 से 11.02.2025 तक चलाया जा रहा है। उक्त अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ व्दारा जिले के समस्त अनुभागीय अधिकारियों एवं थाना प्रभारी को अपने-अपने क्षेत्र में वृहद स्तर पर स्कूल, कॉलेज, सार्वजनिक स्थान आदि में आमजन को साइबर सुरक्षा संबंधी जागरूक कार्यक्रम करने हेतु निर्देशित किया गया है
आज पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौर द्वारा संकल्प कोचिंग पहुंचकर छात्र-छात्राओं को सायबर फ्रॉड / अपराधों के बारे में जागरूक किया , पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा छात्र – छात्राओं को बताया कि डिजीटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं होती है, यदि कोई आपको फोन पर किसी प्रकार की धमकी देकर डराने का प्रयास करता है तो उसके झांसे में ना आये इसकी सूचना तुरंत परिजन एवं पुलिस को दें , पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा छात्र – छात्राओं को सोशल मीडिया के प्रयोग में बरती जाने बाली सावधानियों के बारे में बताते हुये सायबर फ्रॉडो के बारे में विस्तार से चर्चा की , पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा छात्र – छात्राओं द्वारा पूछे गये प्रश्नों के जबाब दिये।
पुलिस व्दारा अनुभाग पोहरी में शा.उ.मा.वि. सिरसौद , सेंट गानजालो स्कूल पोहरी , अनुभाग करैरा में शासकीय हाई स्कूल थाना सुरवाया, नं. 03 एवं नं. 04 स्कूल अमोला ,अनुविभाग कोलारस में हायर सेकेण्डरी स्कूल इंदार , शासकीय माध्यमिक विध्यालय डहरवारा एवं अनुविभाग पिछोर में शा.कन्या मा. वि. पिछोर में कार्यक्रम आयोजित कर छात्र-छात्राओं एंव आमजन को साइबर फ्रॉड/अपराधों के प्रति जागरूक किया, पुलिस द्वारा आमजन को साइबर धोखाधड़ी, हैकिंग और अन्य ऑनलाइन गेमिंग खतरों, से अवगत कराया साथ ही बताया की कैसे साइबर अपराध तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और लोग इनके शिकार होते जा रहे हैं उन्होंने छात्रों को साइबर सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए जैसे की मजबूत पासवर्ड बनाना, अज्ञात लिंक पर क्लिक न करना, व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन सजा न करना आदि। वर्तमान में सामने आ रहे नए फ्रॉड़ों जैसे डिजिटल अरेस्ट, आदि को भी विस्तार से समझाया। साथ ही यदि किसी व्यक्ति के साथ सायबर अपराध हो जाए तो घबराए नही बल्कि नेशनल सायबर हेल्पलाईन 1930 पर कॉल कर शिकायत करें ।
क्या करना चाहिए
✅ विश्वसनीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करना चाहिए।
✅ टू स्टेप वेरीफिकेशन/ ऑथेंटिकेशन चालू रखना चाहिए।
✅ सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग के माध्यम से अपनी निजी जानकारियां छुपा कर रखना चाहिए।
✅ ऑनलाइन शॉपिंग के लिए मान्यता प्राप्त ई-कॉमर्स वेबसाइट/एप्स का ही प्रयोग करना चाहिए।
क्या नहीं करना चाहिए
❎ अनजान नंबरों से आए वीडियो कॉल को रिसीव नहीं करना चाहिए।
❎ किसी भी अनजान नंबर से आई लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।
❎ किसी भी व्यक्ति के कहने पर कोई एप्लीकेशन जैसे एनीडेस्क, टीमव्यूअर, क्विक सपोर्ट आदि अपने मोबाइल में इंस्टॉल नहीं करनी चाहिए।
❎ ऑनलाइन चैटिंग पर आपत्तिजनक/ अंतरंग वीडियो/ फोटो आदि सांझ नहीं करना चाहिए।
साइबर फ्रॉड हो जाने पर क्या करना है
साइबर फ्रॉड होने पर सबसे पहले हमें 1930 पर कॉल करके अपने साथ घटित हुए साइबर अपराध के संबंध में सूचित करना चाहिए तत्पश्चात नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा साइबर सेल से संपर्क करना चाहिए ।