जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिछोर में सर्वाइकल सर्लेज ऑपरेशन की सुविधा शुरू की गई है। इस पहल के साथ पिछोर मध्यप्रदेश का पहला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बन गया है, जहां पर यह जटिल और विशेषज्ञता वाली चिकित्सा प्रक्रिया अब स्थानीय स्तर पर भी उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषीश्वर के मार्गदर्शन में तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव साण्डे के सहयोग से स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश शर्मा द्वारा 15 अक्टूबर को यह ऑपरेशन सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया। यह उपलब्धि न केवल स्वास्थ्य विभाग के लिए गर्व का विषय है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में मातृ स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक सशक्त पहल भी है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि ग्राम सिलपुरा (विकासखण्ड खनियांधाना) की 22 वर्षीय आदिवासी गर्भवती महिला, जिसके पहले दो गर्भपात हो चुके थे। उक्त महिला की जांच में पाया गया कि बच्चेदानी की ग्रीवा कमजोर पाई गई। ऐसी स्थिति में गर्भ के संरक्षण हेतु सर्वाइकल सर्लेज ऑपरेशन किया गया। 15 अक्टूबर को ऑपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के बाद महिला को 18 अक्टूबर को पूर्णत: स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। महिला को अस्पताल द्वारा सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएँ एवं दवाएँ निशुल्क प्रदान की गईं।
ऑपरेशन टीम में डॉ. वैभव गुप्ता (एनेस्थेटिक), राजो लोधी, दिव्यराज श्रीवास्तव, सपना वंशकार, सरोज वंशकार, शोएब मोहम्मद (लैब टेक्नीशियन) एवं राजेश भारती (ओ.टी. अटेन्डर) का सराहनीय सहयोग रहा। यह उल्लेखनीय है कि अब तक इस प्रकार के ऑपरेशन केवल जिला चिकित्सालयों या मेडिकल कॉलेजों में ही किए जाते थे, किंतु अब यह सुविधा सामुदायिक स्तर पर भी उपलब्ध हो गई है।