कृष्ण गोयल ने बताया विगत 3 वर्षों से मिट्टी के गणेश भगवान की मूर्ति बनाकर स्थापित करते है। और वही जल मंदिर के पास रहने वाले कृष्ण गोयल ने मिट्टी दाल चावल से बनाई भगवान श्री गणेश की प्रतिमा
पांच दाल, गेहूं- चावल से बन रहे इको फ्रेंडली गणेश, कारीगरों की कलाकारी देख ठहर जा रही नजर
यह मूर्तियां मिट्टी से तैयार की जाती है साथ ही इसमें दाल, चावल, गेहूं भी मिलाया जाता है, जिससे नदी में विसर्जन के बाद मिट्टी बह जाए और दाल, चावल, गेहूं मछलियों के लिए काम आएं,
कृष्ण गोयल एक अनूठी पहल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश फैला रहे हैं. वे मिट्टी की मूर्तियां बनाकर लोगों को यह बताना चाहते हैं कि कैसे इन प्राकृतिक मूर्तियों से जलवायु और जल संसाधनों की रक्षा की जा सकती है. कृष्ण गोयल का कहना है कि मिट्टी की मूर्तियां इको-फ्रेंडली होती हैं उनका विसर्जन करने से जल में रहने वाले जीवों को कोई नुकसान नहीं होता, और इससे बने अवशेषों का उपयोग पौधे लगाने में किया जा सकता है.