दिनांक 07.04.2025 को शिकायतकर्ता शैलेन्द्र धाकड निवासी ग्राम टॅहटा हिम्मतगड तह. शिवपुरी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला शिवपुरी में शिकायती आवेदन देकर बताया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के नाम से 07 फर्जी लोन लिये हैं और संबंधित कम्पनी द्वारा लोन रिकवरी के लिये परेशान किया जा रहा है तथा सिबिल स्कोर खराब हो गया है जिससे मुझे कोई लोन नही मिल रहा ।
पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ के द्वारा शहर में घटित हो रहे सायबर क्राइम के संबंध मे प्रभावी कर्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है दिये गये निर्देशो के पालन में एवं अति. पुलिस अधीक्षक शिवपुरी संजीव मुले के मार्गदर्शन में सायबर सेल प्रभारी उनि धर्मेन्द्र सिंह जाट एवं उनकी सायबर सेल टीम द्वारा दिनांक 07.04.2025 को शैलेन्द्र धाकड निवासी ग्राम टैहटा हिम्मतगड तह. शिवपुरी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला शिवपुरी में शिकायती आवेदन देकर बताया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 07 फर्जी लोन ले लिये है और संबंधित कम्पनी द्वारा लोन रिकवरी के लिये परेशान किया जा रहा है तथा सिबिल स्कोर खराब हो गया है जिससे मुझे कोई लोन नही मिल रहा। जिसकी वजह से फरियादी काफी मानसिक रूप से परेशान एवं डरा हुआ है पर तुरंत विधिक कार्यवाही कर संबंधित कम्पनी ऍम पॉकेट एप्प से जानकारी एकत्रित की गयी, जिसमें फरियादी के आधार कार्ड एवं पेन कार्ड का उपयोग कर 07 फर्जी लोन लिये गये थे जिस पर कार्यवाही कर संबंधित एप्प से फरियादी की फर्जी लोन प्रोफाईल को हटवाया गया एवं सिबिल प्रोफाईल को भी अपडेट कराकर फरियादी की सिबिल प्रोफाईल से उक्त फर्जी लोन को हटवाया गया । पुलिस की त्वरित कार्यवाही से फरियादी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय शिवपुरी आकर पुलिस अधीक्षक व सायबर टीम की प्रशंसा करते हुए आभार प्रकट किया ।
सरानीय भूमिका- सायबर सेल प्रभारी उनि. धर्मेन्द्र सिंह जाट, सउनि. अजय पाल, कार्य. प्र.आर. विकास सिंह चौहान, आर. जलज रावत, आर. दामोदर परिहार, आलोक व्यास, मानवेन्द्र गुर्जर
सायबर सेल शिवपुरी द्वारा सायबर अपराध से बचने के लिये बेहतर उपाय है-
फर्जी लोन एप्लीकेशन या APK फाइल डाउनलोड न करें।
किसी भी फोन कॉल, संदेश, ईमेल इत्यादि पर दिए गए प्रलोभन या विश्वास में आकर अपनी कोई भी निजी जानकारी/दस्तावेज किसी के साथ सांझा ना करें।
अकसर इंटरनेट यूजर को ऐसे ईमेल और मैसेज आते रहते हैं। जिन पर अनजान लिंक होते हैं। ऐसे में हमें इन ईमेल और मैसेज से सावधान रहना चाहिए और हमें इन ईमेल और मैसेज में लिंक पर कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए।
अनजान वेबसाइट पर हमें लॉगिन नहीं करना चाहिए।
ओटीपी साझा न करें।