शिवपुरी। जी हां जब शहर के लोग दीपावली का त्यौहार मनाने में व्यस्त थे,तब भी शिवपुरी एकता फाउंडेशन द्वारा नियमित मानवता की सेवा और मदद का सिलसिला जारी था... सूचना प्राप्त हुई कि जिला चिकित्सालय शिवपुरी में डेढ़ साल के एक छोटे को तत्काल दुर्लभ रक्त A नेगेटिव रक्त की सख्त आवश्यकता थी लेकिन बच्चे के परिजनों को काफी कोशिश करने के बाद भी ये दुर्लभ रक्त उपलब्ध नहीं हो पा रहा था, फिर रक्त दान केंद्र से इसकी सूचना शिवपुरी एकता फाउंडेशन को दी गई तो तुंरत शिवपुरी एकता फाउंडेशन के नियमित रक्त दाता और समाज सेवी श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल जी को सूचना दी गई, श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल जी सेसई वालो की यहां प्रशंसा करनी होगी कि दीपावली में इतना व्यस्त होने के बावजूद फ़ौरन जिला चिकित्सालय पहुंच गए और हमेशा की तरह अपना अमूल्य रक्त A नेगेटिव छोटे बच्चे आरव को दान कर दिया और साथ ही नौजवानों से आगे आकर रक्त दान करने की अपील की शिवपुरी एकता फाउंडेशन संस्था श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल जी के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करती है और उन पर गर्व महसूस करती है
शिवपुरी एकता फाउंडेशन के सचिव अबरार जी ने कहा कि हमारे द्वारा किए गए रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा हाेता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है। कई लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई हानि नहीं होती बल्कि कई प्रकार लाभ होते हैं। और मैं स्वयं हर तीन माह में रक्त दान अवश्य करता हूं,अत: हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए
शिवपुरी एकता फाउंडेशन के अध्यक्ष शाहिद ख़ान ने भी कहा कि समय समय पर कि शिविरों के माध्यम से रक्तदान होने पर तथा नौजवानों के नियमित रक्त दान से ही ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त उपलब्ध रहता है। शिवपुरी एकता फाउंडेशन की ओर से युवा आगे आकर रक्त दान कर बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं क्योंकि पीड़ितों की सेवा से बढ़कर कोई दूसरा कार्य नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि रक्तदान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका किसी फैक्ट्री में निर्माण नहीं हो सकता। आकस्मिक रूप हुई दुर्घटना में घायल और गंभीर रूप से पीड़ितों का जीवन बचाने के लिए दान किया गया रक्त ही काम आता है। अत: हमें रक्तदान के तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल की ब्लड बैंक हर वक्त खुली रहती है। इसमें कोई भी स्वैच्छिक रूप से कभी भी रक्तदान कर सकता है।
रक्तदाता की हो जाती हैं कई प्रकार की जांचें: जी हां श्री पुरुषोत्तम जी ने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। 18 से अधिक आयु के लोग जिनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक है वह रक्तदान कर सकते हैं। नियमित अंतराल यानी तीन महीने बाद रक्तदान करते रहने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को हृदयाघात की संभावना नहीं रहती। नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियाें का खतरा भी कम हो जाता है। रक्तदान से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हमारे शरीर का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, एचबीएसएजी, एचसीवी, वीडीआरएल आदि जांचें हो जाती हैं।
शिवपुरी एकता फाउंडेशन की अपील है कि मानवता के इस महान् कार्य के लिए आप सभी आगे आइए, और ज़रूरतमंद लोगों की मदद का जरिया बन कर देश और समाज को आगे बढ़ाइए