हालात ऐसे हैं कि कई किसान मजबूरी में अपनी फसलें उखाड़कर खेतों की जुताई कर रहे हैं। ताकि समय पर अगली फसल की बुवाई की जा सके। किसानों का कहना है कि अगर बुवाई में देरी हुई, तो उन्हें दोगुना नुकसान झेलना पड़ेगा।
पटवारी सर्वे के लिए कर रहे आदेश का इंतजार किसानों ने फसल के नुकसान का सर्वे कराने के लिए पटवारियों से संपर्क किया, लेकिन पटवारियों ने आदेश न मिलने की बात कहकर सर्वे से मना कर दिया। जबकि शासन पहले ही फसल नुकसान का सर्वे कराने के आदेश जारी कर चुका है। इससे किसानों में नाराजगी बढ़ गई है।
कोलारस एसडीएम बोले- सर्वे शुरू हुआ
वहीं कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि फसल का सर्वे शुरू हो चुका है और कुछ रिपोर्ट आ भी गई हैं। उनका कहना है कि कुछ जगहों पर समस्या हो सकती है, जिसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यूरिया खाद की आपूर्ति धीरे-धीरे की जा रही है, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
किसान लगातार कर रहे खाद न मिलने की शिकायत ग्रामीण इलाकों में किसान लगातार यूरिया खाद की मांग कर रहे हैं। खेतों में खड़ी फसलों को बचाने के लिए तुरंत खाद उपलब्ध होना जरूरी है। किसानों का कहना है कि अगर समस्या जल्दी हल नहीं हुई, तो इस सीजन की पूरी मेहनत बेकार चली जाएगी।