यह शिविर मध्यप्रदेश की सामुदायिक पुलिसिंग व्यवस्था की एक अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य किशोरों को आत्मनिर्भर एवं जागरूक नागरिक के रूप में विकसित करना हैं
शिविर के प्रमुख बिंदु:- आत्मरक्षा, कानूनी जानकारी, और जीवन कौशल का प्रशिक्षण, जेंडर संवेदनशीलता, शिक्षा का महत्व, बाल विवाह और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता किया गया बच्चों के साथ अलग अलग प्रकार के इंडोर एवं आउटडोर गतिविधियाँ जैसे: जुम्बा पीटी, मार्शल आर्ट, योगा , आत्मरक्षा के व्यावहारिक सत्र साइबर क्राइम, ट्रैफिक नियम, अधिनियमों की जानकारी ,नशामुक्ति, महिला एवं बाल अधिकार विषयों पर संवाद किया गया
इस शिविर के माध्यम से बालिकाओं को सृजन आत्मरक्षा एवं व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम की पृष्ठभूमि समझाई गई, जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि वंचित समुदाय के किशोर-किशोरियों को समुचित अवसर प्राप्त हों और उनका समग्र विकास हो |
सृजन कार्यक्रम समापन के दोरान बालिकाओ के अभिभावको द्वारा भी भागीदारी की गई बालिकाओ ने 15 दिनों में सीखी गई गतिविधियों को मार्शल आर्ट एवं रोल प्ले के माध्यम से बताया एवं मंच पर अपने अनुभव साझा किए एवं टीम सदस्यो ने भी अपने अनुभव साझा किए कार्यक्रम समापन के अवसर पर एडिशनल एसपी संजीव मुले थाना प्रभारी पोहरी रजनी सिंह चौहान ,अनीता शर्मा पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास विभाग पोहरी , दानवती आदिवासी सरपंच नोन्हेटा एवं विकास संवाद के स्टाफ का सहयोग रहा कार्यक्रम का संचालन जिला कॉर्डिनेटर अजय यादव ,संदीप नायिक विकास संवाद के द्वारा किया गया गया आरती परासर राज्य समन्वयक विकास संवाद के द्वारा का आभार व्यक्त किया गया |