उन्होंने कोलारस में बैरसिया में प्राचीन बावड़ी और तालाब जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। लुकवासा में भी अभियान की गतिविधियों में भाग लिया। उसके बाद बदरवास पहुंचकर ग्राम झंडी में शासकीय तालाब जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया।
एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि तहसील रन्नौद के झंडी स्थित शासकीय तालाब के संबंध में ग्राम वासियों द्वारा बताया गया था कि यह बहुत प्राचीन तालाब था जिस पर दबंगों द्वारा अब खेती की जा रही है। इस पर एसडीएम कोलारस द्वारा तत्काल संज्ञान में लेकर तालाब की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया और तालाब को उसके मूल स्वरूप में लाने के लिए जन सहयोग से कार्य प्रारंभ कराया गया, जिसका निरीक्षण कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने किया। जिला पंचायत सीईओ नेहा यादव भी इस दौरान उपस्थित रही। ग्रामीण जनों के साथ उन्होंने भी श्रमदान किया और कहा कि अभी इस अभियान के तहत हमें वृहद स्तर पर जल संरचनाओं को संरक्षित करने का काम करना है, जिसमें ग्रामीण जनसहयोग करें।
इसी प्रकार ग्राम अटारी में भी यही स्थिति थी, जहां लगभग 60 बीघा के तालाब पर अलग-अलग लोगों के द्वारा खेती की जा रही थी उसे भी अतिक्रमण मुक्त कराकर तालाब के गहरीकरण और जीर्णोद्धार का कार्य जन सहयोग से प्रारंभ कराया गया है। इसके अलावा ग्राम खरेह में भी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत नवीन तालाब निर्माण वाटरशेड विकास का काम किया जा रहा है। इसका भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया।