शिवपुरी। जिले के ग्राम चंदनपुरा में गौशाला की स्थिति दयनीय बनी हुई है. बता दें की पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. साथ ही खाने के लिए केवल सूखा भूसा समिति द्वारा खिलाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एक सितंबर 2024 से चंदनपुरा की गौशाला संचालित है. जब आज मौके पर जाकर देखा गया तो होदीयों में पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं था साथ ही खाने के लिए केवल सूखा भूसा गौशाला में रखा हुआ था. इसके अतिरिक्त में गेट भी टूटा हुआ पड़ा था और बाहर गाय चरने के लिए जा रहीं थी. चरने के बाद जब गाय पानी पीने के लिए होदी के पास पहुंची तो होदी में बिल्कुल भी पानी नहीं था. इसके बाद गाय वापस निराश होकर बाहर की ओर लौट आई।
इस मामले में गौशाला के अध्यक्ष दीपक जाटव ने बताया कि 1 सितंबर से उन्हें गौशाला चलाने की जिम्मेदारी मिली है और उन्होंने बताया कि भूसे में दान मिला रहे हैं लेकिन जब उनसे पूछा गया कि दाना सुबह मिलाया था उसके कट्टे कहां है तो वह बोलते नजर आए की अभी तो फिलहाल सूखा भूसा ही खिला रहे हैं इसके बाद जब उनसे पूछा की पोष्टिक आहार के रूप में आटा दलिया क्या मिलाते हैं फिर उन्होंने कहा कि दलिया मिलाया जाता है लेकिन उनसे पूछा कि सुबह दलिया मिलाया था तो उसके कट्टे कहां पर है फिर उन्होंने दोबारा से कहा कि अभी तक फिलहाल सुख भूसा ही खिला रहे हैं. इस तरह से वह हर बात पर गोलमोल जवाब देते नजर आए. साथ ही पीने के पानी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी टैंकर आने वाला है टैंकर वाले से बात हुई है लेकिन जब उनसे कहा कि जब होदी में कम पानी रहता है तभी पानी की व्यवस्था करनी चाहिए. जिस पर उन्होंने कहा कि पास में ही बने तालाब से गायों को पानी पिलाते हैं और सुबह गाय चरने जाती हैं।
इस तरह से अगर गाय बाहरी चर ही रही है और हरा चारा बाहर ही खा रही है और बाहर ही पानी पी रही है तो गौशाला का मतलब ही क्या हुआ गौशाला में ना ही पानी की व्यवस्था मिली ना ही हरे चारे की व्यवस्था मिली ना ही सुरक्षा की दृष्टि से मेन गेट मिला. मेन गेट भी टूटा हुआ पड़ा था. इस तरह से चंदनपुर में गौशाला संचालित की जा रही है।
शिवपुरी से युसूफ खान की रिपोर्ट